World Bank Kya Hai, जब हमें कोई भी फाइनेंशियल समस्या आती है तो उधार लेने के लिए बैंक एक प्रमुख जरिया होते है, लेकिन यदि कोई समस्या किसी देश के ऊपर आती है और वह देश किसी बड़े संकट में आता है तो इस स्थिति में फ़ाईनेंशियल समस्याओं के लिए वर्ल्ड बैंक एक प्रमुख संस्थान है।
Hello Dosto, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर आज हम बात करने जा रहे है, वर्ल्ड बैंक के बारे में, वर्ल्ड बैंक क्या है? World Bank Kya Hai इसके क्या काम होते है, वर्ल्ड बैंक का इतिहास और इससे जुड़े तथ्यों के बारे में भी बात करेंगे।
World Bank Kya Hai –
World Bank Kya Hai, “World Bank” को हिंदी में “विश्व बैंक” कहा जाता है, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट होता है यह पूरे विश्व के लिए अंतराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान के रूप में कार्य करता है।
वर्ल्ड बैंक, यूनाइटेड नेशंस (UN) का एक महत्वपूर्ण अंग है, यह IMF और विश्व व्यापार संगठन के साथ मिलकर काम करता है।
वर्ल्ड बैंक की स्थापना साल 1944 में, वॉशिंगटन डीसी के ब्रेटन वुड्स सम्मेलन में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ की गई थी, वर्ल्ड बैंक की तरह आईएमएफ़ भी देशों को लोन देता है लेकिन इसके लोन देने के कुछ अलग पैमाने है।
वर्ल्ड बैंक, इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट (IBRD) और इंटरनेशनल डेवलपमेंट एसोसिएशन (IDA) का सामूहिक नाम है, जो वर्ल्ड बैंक ग्रुप के अंतर्गत आने वाले 5 अंतराष्ट्रीय संगठनों में से दो संगठन है।
इसके अन्य संगठनों को मिला दिया जाए तो यह पाँच अंतराष्ट्रीय संगठनों का एक समूह है, जिसके द्वारा इसके सदस्य देशों को वित्तीय सलाह भी दी जाती है।
वर्ल्ड बैंक पूंजीगत परियोजनाओं को आगे बढ़ाने तथा निम्न और मध्यम आय वाले देशों की सरकारों को ऋण और अनुदान देता है।
स्थापना के बाद इसकी शुरुआत धीमी रही और इस संगठन के माध्यम से पहला लोन फ्रांस को 1947 में दिया गया।
इसके बाद वर्ल्ड बैंक ने विकासशील विश्व देशों को लोन देने पर फोकस किया, इसके एक दशक के बाद अपने मिशन से हटकर अपने लोन पोर्टफोलिओ में गैर सरकारी संगठनों और पर्यावरण संगठनों को भी शामिल किया, ताकि अधिक से अधिक आबादी तक इसकी सुविधाएं पहुंचाई जा सके।
वर्ल्ड बैंक की लोन देने की राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने के साथ ही पर्यावरण और सामाजिक सुरक्षा उपायों पर भी ध्यान देने का लक्ष्य है।
वर्ल्ड बैंक स्ट्रक्चर –
वर्ल्ड बैंक का अध्यक्ष, इसके पांचों संगठनों का अध्यक्ष होता है, अध्यक्ष का काम निदेशक मंडल की बैठकों की अध्यक्षता करना और बैंक के समग्र प्रबंधन करना होता है।
चले आ रहे नियमों के अनुसार वर्ल्ड बैंक का अध्यक्ष हमेशा संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा नामित एक अमेरिकी नागरिक होता है, जो बैंक में सबसे बड़ा शेयरधारक होता है।
हालांकि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का प्रबंध निदेशक हमेशा एक यूरोपीय होता है, इसमें नामांकित व्यक्ति पांच साल की नवीकरणीय अवधि के लिए कार्यकारी निदेशक मंडल द्वारा पुष्टि के बाद किया जाता है।
वर्ल्ड बैंक के उपाध्यक्ष इसके प्रमुख प्रबंधक होते हैं, जो क्षेत्रों, क्षेत्रों, नेटवर्क और कार्यों के प्रभारी होते हैं। दो कार्यकारी उपाध्यक्ष, तीन वरिष्ठ उपाध्यक्ष और 24 उपाध्यक्ष सदस्य होते है।
इसके निदेशक मंडल भी होता है जिसमें विश्व बैंक समूह के अध्यक्ष और 25 कार्यकारी निदेशक शामिल होते हैं। राष्ट्रपति पीठासीन अधिकारी होता है, राष्ट्रपति के पास केवल एक ही स्थिति में वोट करने का अधिकार होता है, जब किसी मुद्दे को लेकर दो पक्षों में बराबर वोट हो जाते है, ऐसे में राष्ट्रपति का वोट किसी एक तरफ बहुमत प्रदान करता है।
संस्थान में कार्यकारी निदेशक व्यक्तिगत रूप से किसी भी शक्ति का प्रयोग नहीं कर सकते हैं या बैंक का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकते हैं जब तक कि बोर्ड उन्हें विशेष रूप से ऐसा करने के लिए अधिकार नहीं देता है।
1 नवंबर सन् 2010 से शुरू होने वाले कार्यकाल के साथ, कार्यकारी निदेशकों की संख्या एक सदस्य के रूप में बढ़कर 25 कर दी गई।
इसके अलावा पुनर्निर्माण और विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय बैंक ( IBRD) में 189 सदस्य देश हैं, जबकि अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ (IDA) में 174 देश हैं।
संयुक्त राष्ट्र संघ के पांच सदस्य देश जो विश्व बैंक के सदस्य नहीं हैं, वे इस प्रकार है – लिकटेंस्टीन, अंडोरा, क्यूबा, उत्तर कोरिया और मोनाको।
इन सबमें ‘कोसोवो’ संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य नहीं है, लेकिन आईबीआरडी और आईडीए समेत आईएमएफ और विश्व बैंक संगठन के सदस्य के रूप में हिस्सा है।
विश्व बैंक के उद्देश्य –
सदस्य देशों को आर्थिक विकास और पुनर्निर्माण के लिए कम ब्याज दरों और ब्याज मुक्त क्रेडिट के साथ दीर्घकालिक पूंजी प्रदान किया जाए, ताकि वे अपने विकास के लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।
इसके लिए देशों के Balance of Payments में सुधार के लिए दीर्घकालिक पूंजी को प्रेरित करने और देशों के बीच अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को संतुलित संतुलित करने का काम विश्व बैंक के द्वारा किया जाता है।
विश्व बैंक इसके सदस्य देशों में होने वाले छोटे या बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए लिए गए लोन के लिए गारंटी देने में मदद करता है।
आर्थिक विकास के अलावा वर्ल्ड बैंक यह भी सुनिश्चित करता है कि अलग-अलग तरह की विकास परियोजनाएं चलाई जाएं, यह युद्ध के समय से शांतिपूर्ण अर्थव्यवस्था तक एक राष्ट्र के लिए पारदर्शिता की भावना पैदा करता है।
वर्ल्ड बैंक एक ऐसा माहौल बनाना चाहता है जो निवेश समर्थक हो, निवेश किसी भी देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण कुंजी है।
राष्ट्र के अंदर निवेश करने लायक माहौल बनाकर समाज की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को बेहतर किया जाए।
लोगों के व्यक्तिगत अधिकार सुरक्षित हो, न्यायिक और कानूनी प्रणालियाँ विकसित हों जिससे वापस से फिर देश गरीबी के जाल में न जकड़ जाए।
वर्ल्ड बैंक केवल देश ही नहीं बल्कि अलग-अलग संस्थाओं को भी क्रेडिट उपलब्ध कराता है जो कि समाज के लिए सकारात्मक कार्य कर रहे हो।
इसी क्रम में शिक्षा को बढ़ावा देकर अपने सदस्य देशों की सरकार को मजबूत बनाना वहाँ भ्रष्टाचार से मुकाबला करना और यह सुनिश्चित करना कि पर्याप्त प्रशिक्षण अवसर और अनुसंधान सुविधाएं मिलें, जिससे आने वाले समय में शिक्षित आबादी देश में हो।
विश्व बैंक समूह –
जैसा कि हमने पहले भी बात की है, विश्व बैंक समूह पाँच अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को मिलाकर बनाया गया है।
इन सभी को सामूहिक रूप से विश्व बैंक कहा जाता है, और विश्व बैंक इन अलग-अलग संगठनों का पेरेंट ऑर्गनाइजेशन है।
विश्व बैंक को आमतौर पर हम जिस संगठनों की वजह से जाने है, पहले दो सूचीबद्ध संगठनों, आईबीआरडी और आईडीए को दिया गया सामूहिक नाम है, अन्य तीन संगठन दूसरे कामों को देख रेख करने के लिए बनाए गए है।
वर्ल्ड बैंक के सभी संगठनों के नाम कुछ इस प्रकार है –
1. पुनर्निर्माण और विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय बैंक (आईबीआरडी) –
इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट (आईबीआरडी) मध्यम आय और क्रेडिट योग्य कम आय वाले देशों की सरकारों को ऋण देता है, जिससे वे अपने विकास के लक्ष्य को पा सकें।
2. अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ (आईडीए) –
अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ (आईडीए) सबसे गरीब देशों की सरकारों को ब्याज मुक्त ऋण और अनुदान प्रदान करता है, जिसे क्रेडिट कहा जाता है, यह कुछ IBRD के जैसा ही है।
विश्व बैंक के दो संगठन, IBRD और IDA मिलकर ही विश्व बैंक का निर्माण करते है।
3. अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) –
अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) सबसे बड़ा वैश्विक विकास संस्थान है जो विशेष रूप से निजी क्षेत्र पर केंद्रित है।
अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम के द्वारा विकासशील देशों को निवेश के वित्तपोषण, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय बाजारों में पूंजी जुटाने और व्यवसायों और सरकारों को सलाहकार सेवाएं प्रदान करके सतत विकास हासिल करने में मदद किया जाता है।
4. बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी (MIGA) –
बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी (MIGA) वर्ष 1988 में आर्थिक विकास का समर्थन करने, गरीबी कम करने और लोगों के जीवन में सुधार लाने के लिए।
साथ ही विकासशील देशों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई थी, MIGA निवेशकों और उधारदाताओं को राजनीतिक जोखिम बीमा (गारंटी) के माध्यम से जनादेश की अकांछाओं को पूरा करता है।
5. निवेश विवादों के निपटान के लिए अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (ICSID) –
निवेश से संबंधित विवादों के निपटारे के लिए अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (ICSID) निवेश विवादों के समाधान और मध्यस्थता के लिए अंतर्राष्ट्रीय सुविधाएं प्रदान करता है।
विश्व बैंक के अध्यक्ष लिस्ट –
नाम | कार्यकाल | राष्ट्रीयता | पिछले काम |
यूजीन_मेयर | 1946_1946 | USA | समाचार पत्र प्रकाशक और फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष |
जॉन जे. मैकक्लोय | 1947-1949 | USA | अमेरिकी सहायक युद्ध सचिव और वकील |
यूजीन आर. ब्लैक, सीनियर. | 1949-1963 | USA | बैंक कार्यकारी और चेज़ तथा विश्व बैंक के साथ कार्यकारी निदेशक |
जॉर्ज वुड्स | 1963-1968 | USA | फ़र्स्ट बोस्टन कॉर्पोरेशन के साथ बैंक कार्यकारी |
रॉबर्ट मैकनामारा | 1968-1981 | USA | राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी और लिंडन बी जॉनसन के अधीन अमेरिकी रक्षा सचिव तथा फोर्ड मोटर कंपनी के अध्यक्ष |
एल्डन डब्ल्यू क्लॉसन | 1981-1986 | USA | वकील और बैंक ऑफ अमेरिका में बैंक अधिकारी |
बार्बर कॉनबेल | 1986-1991 | USA | न्यूयॉर्क स्टेट के सीनेटर और अमेरिकी कांग्रेसी |
लुईस टी. प्रेस्टन | 1991-1995 | जेपी मॉर्गन के साथ बैंक अधिकारी | |
जेम्स वोल्फेंसोहन | 1995-2005 | USA और ऑस्ट्रेलिया | कॉर्पोरेट वकील और बैंकर, लेकिन पद ग्रहण करने से पहले वोल्फेंसन एक आम अमेरिकी नागरिक थे। |
पॉल वुल्फोवित्ज़ | 2005-2007 | USA | जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ एडवांस्ड इंटरनेशनल स्टडीज (एसएआईएस) के डीन, अमेरिकी रक्षा उप सचिव, इंडोनेशिया में अमेरिकी राजदूत, वर्ष 2003 में इराक पर आक्रमण के एक प्रमुख वास्तुकार, Ethics Scandal के कारण विश्व बैंक पद छोड़ दिया। |
रॉबर्ट ज़ोएलिक | 2007-2012 | USA | अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि और राज्य के उप सचिव |
जिम योंग किम | 2012–2019 | USA | हार्वर्ड में वैश्विक स्वास्थ्य और सामाजिक चिकित्सा विभाग के पूर्व अध्यक्ष, डार्टमाउथ कॉलेज के अध्यक्ष इसके बाद प्राकृतिक रूप से अमेरिकी नागरिकता हासिल की |
क्रिस्टालिना जॉर्जीवा (ऐक्टिंग) | 2019 | बुल्गारिया | बजट और मानव संसाधन के लिए पूर्व यूरोपीय आयुक्त और 2010 का “यूरोपियन ऑफ द ईयर” का अवॉर्ड |
डेविड माल्पास | 2019–2023 | USA | USA के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के लिए ट्रेजरी के अवर सचिव |
अजय बंगा | 2023–वर्तमान | USA | मास्टरकार्ड के पूर्व प्रमुख |
वर्ल्ड बैंक और भारत –
140 करोड़ की जनसंख्या और विश्व की पांच सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में एक भारत, पिछले एक दशक में बहुत तेजी से विकास के कदम पर आगे बढ़ा है।
आज के समय में फार्मा, इस्पात, सूचना, सॉफ्टवेयर तथा अंतरिक्ष-संबंधी प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में भारत की पहचान विश्व-स्तर पर की जाती है।
अब भारत में बड़े बदलाव आ रहे हैं, जिनसे इसके लिये 21वीं सदी का मज़बूत देश बनने के नए-नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
लेकिन अगर इतिहास में देखें तो भारत ब्रेटन वुड्स में किये गए समझौतों के मूल हस्ताक्षरकर्त्ताओं में से एक था, जिसने इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एण्ड डेवलपमेंट (IBRD) और अन्तरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की स्थापना की।
वर्ष 1956 में, भारत IFC और 1960 में IDA के संस्थापक सदस्यों में भी शामिल था, भारत जनवरी वर्ष 1994 में MIGA की सदस्यता ग्रहण की।
हालांकि भारत अभी ICSID का सदस्य नहीं बना है और इसके पीछे भारत का यह तर्क दिया जाता है कि ICSID कन्वेंशन पूरी तरह से निष्पक्ष नहीं है साथ ही इसके नियम विकसित देशों के पक्ष में झुके हुए है, जिससे निष्पछ न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती।
इसके पीछे कारण है कि ICSID में केन्द्रीय अध्यक्ष, विश्व बैंक का अध्यक्ष होता है, अध्यक्ष मध्यस्थों की नियुक्ति करता है और यदि मध्यस्थता से जुड़े निर्णय सन्तोषजनक नहीं होते है, तो फैसले से असन्तुष्ट पक्ष के पास एक पैनल से अपील करने का अधिकार होता है जिसे ICSID द्वारा ही गठित किया गया होता है।
हालांकि वर्ष 1949 में भारतीय रेल को ऋण देने के साथ IBRD द्वारा भारत को ऋण देने की शुरुआत हुई तथा वर्ष 1959 में भारत में IFC और वर्ष 1961 में IDA द्वारा पहला एक राजमार्ग निर्माण परियोजना के लिए पहली बाद इन्वेस्ट किया गया।
वर्ष 1950 के दशक के समय में, विश्व बैंक का IBRD, भारत के लिए लोन लेने का एकमात्र सोर्स था और दशक के अंत तक भारत की बढ़ती ऋण समस्या विश्व बैंक समूह के सॉफ़्ट लोन से जुड़े IDA के लांच में एक महत्त्वपूर्ण कारण बना।
1960 और 1970 के दशक के दौरान भारत, उस समय का सबसे बड़ा ऋण प्राप्त करने वाला देश बना, IDA ने विश्व बैंक द्वारा दिये गए कुल ऋण का लगभग तीन-चौथाई हिस्सा भारत को दिया।
वर्ष 1980 में, चीन विश्व बैंक में शामिल हुआ और उसने सीमित IDA संसाधनों पर अपनी भी दावेदारी पेश की।
वर्तमान में, भारत को वर्ल्ड बैंक के अंदर, मिश्रित देश के रूप में वर्गीकृत किया गया है और इसे निम्न मध्यम-आय से मध्यम-आय में जाने वाले देश के रूप में परिभाषित किया गया है तथा यह IDA और IBRD दोनों से ऋण लेने के लिये योग्य देश के रूप में मान्य किया गया है।
भारत, विश्व बैंक के IBRD के माध्यम से सबसे अधिक लोन लेने वाला देश है, साल 2015 से 2018 के बीच विश्व बैंक ने भारत को लगभग $10.2 बिलियन डॉलर का ऋण दिया है।
इसके बाद विश्व बैंक समूह ने 2019-22 की अवधि में भारत के लिये 25-30 बिलियन डॉलर की योजनाओं हेतु ऋण प्रतिबद्धताओं को मंजूरी दी, जो कि भारत के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
विश्व बैंक के कार्य क्या-क्या है?
वर्ल्ड बैंक का प्रमुख उद्देश्य सदस्य राष्ट्रों के पुनर्निमाण और विकास के कार्यों में आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
विश्व बैंक की स्थापना कब हुई?
वर्ल्ड बैंक की स्थापना साल 1944 में, वॉशिंगटन डीसी के ब्रेटन वुड्स सम्मेलन में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ की गई थी
विश्व बैंक का मुख्यालय कहां है?
विश्व बैंक का मुख्यालय वॉशिंगटन डीसी में स्थित है।
विश्व बैंक में कितने सदस्य हैं?
वर्तमान में विश्व बैंक में 189 देश सदस्य हैं, इसीलिये इसे विश्व बैंक समूह भी कहा जाता है।
विश्व बैंक के उद्देश्य क्या है?
विश्व बैंक का प्रमुख उद्देश्य, सदस्य राष्ट्रों का पुनर्निमाण और विकास के कार्यों में आर्थिक सहायता देना है।
Summary –
जिस तरह से एक इकाई के रूप में परिवार में आने वाली अचानक वित्तीय संकटों के लिए हम बैंक से वित्तीय सहायता लेते है उसी तरह वर्ल्ड बैंक भी अलग-अलग देशों को उनकी जरूरत के आधार पर वित्तीय सहायता उपलब्ध कराता है।
विश्व बैंक क्या है World Bank Kya Hai इसके बारे में यह लेख आपको कैसा लगा, अपने सुझाव और सवाल जरूर लिखें नीचे कमेंट बॉक्स में, इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें, Thank You 🙂
यह आर्टिकल भी पढ़ें –